बढती Technology की इस दौर में हर देश अपने आप की आगे रखना चाहता हैं, जिससे वो देश और दुनिया में हो रही सारी नई तराह की खोजों को जान सके, उनके बारे में पढ़ सके और उससे जुड़े फायदों को अपने देश के लोगों की भलाई के लिए उपयोग कर सके. ऐसे में आज के दौर में मौजूद सोशल प्लेटफॉर्म (Social Platform) और सर्च इंजन (Search Engine), सभी देशों की सरकारों को आकर्षित करते हैं.
इसके पीछे का कारण हैं, देश और दुनिया के लोगों का ज्यादा समय इन्ही सर्च इंजनों और सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म (Social Media Platform) पर गुजारना. ज्यादातर देश में राजनितिक पार्टिया अपने चुनावी कैम्पेन से लेकर अपनी योजनाओं को भी इन्ही प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से लोगों से साझा करती हैं. इससे उनके विचार और उनकी सोच ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सके. अगर बात करें दुनिया भर में मशहूर सोशल प्लेटफ़ॉर्म की तो, इनमे Facebook, Whatsapp और Twitter मुख्य रूप से उपयोग किये जाते हैं.
वहीं अगर बात की जाए ज्यादा उपयोग किये जाने वाले सर्च इंजन की तो, इसमें गूगल का नाम ही सबकी जुबान पर आता हैं. ऐसे में आज हम बात करने वाले हैं, Google का इस्तेमाल करने वाले देशों की, साथ ही उस देश के बारे में भी आपको बताएंगे जिसने लोगों की जरुरत बन चुके Google को अपने देश में बैन कर रखा हैं.
जहां आज हर देश के लोग गूगल का इस्तेमाल अपने जीवन की एक दिनचर्या के रूप में कर रहे है, वहीं China एक ऐसा देश हैं जिसने गूगल को बैन कर रखा हैं. अब आपके मन में यह बात आएगी कि कैसे कोई देश किसी सर्च इंजन को बैन कर देगा ? और अगर ऐसा किया भी है तो Search Engine को बैन करने में चीन का क्या फायदा? या फिर गूगल की ओर से ही ऐसा कुछ किया गया जिसके चलते उसे China में बैन का सामना करना पड़ रहा हैं.
दरअसल इसके पीछे का कारण गूगल और चीन की सरकार के आपसी तालमेल में गड़बड़ी हैं. या यु कहा जा सकता है कि चीन की सरकार की शर्त को गूगल द्वारा नहीं माना गया, जिसके चलते चीन में वहां की सरकार द्वारा गूगल को बैन कर दिया गया. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसी क्या शर्त थी जो चीनी सरकार ने गूगल के सामने रखी और गूगल उस शर्त को मान नहीं पाया. यही बात हम आपको हमारे लेख में विस्तार से समझायेंगे.
जैसा की आप सभी जानते है, जनसंख्या के मामले में चीन दुनिया में पहले स्थान पर हैं. यहां किसी भी व्यवसाय के लिए अच्छा मार्केट मिल जाता हैं. ऐसे में गूगल ने भी अपने यूजर्स को बढ़ाने के उद्देश्य से चीन की सरकार को अप्रोच किया था. चीन की सरकार भी गूगल जैसे बड़े सर्च इंजन को अपने देश में लाने के लिए काफी उत्साहित थी, किन्तु कुछ ऐसा हुआ जिससे दोनों ही एक दूसरे के विरोध में खड़े हो गए.
दरअसल गूगल एक विश्वविख्यात और सबसे ज्यादा उपयोग किया जाने वाला सर्च इंजन हैं. जिसमे करोड़ों लोग हर सेकंड कुछ न कुछ सर्च करते हैं. ऐसे में अपने यूजर्स की प्राइवेसी का ध्यान रखना गूगल की जिम्मेदारी हैं. लेकिन चीन की सरकार गूगल के यूजर्स के विषय में जानना चाहती थी.
चीन की सरकार इस बात को जानने के लिए काफी उत्सुक थी की आखिर लोग गूगल जैसे सर्च इंजन पर क्या सर्च करते हैं? साथ ही यह भी जानना चीन की सरकार की रूचि का कारण बन रहा था कि आखिरकार लोगों का ज्यादा समय सर्च इंजन पर किन चीजों की खोज करने में लगता हैं.
ऐसा करने के पीछे चीन की सरकार का उद्देश्य अपनी तकनिकी शक्ति (Technical Power) को विकसित करने का था. साथ ही चीनी सरकार गूगल से प्राप्त जानकारी से अपनी सुरक्षा को भी बढ़ाना चाहती थी. किन्तु अपने यूजर्स की जानकारी को शेयर करना Google को सही नहीं लगा. इस तरह गूगल ने चीन में अपने विस्तार के कदम पीछे खीच लिए. परिणाम स्वरूप चीनी सरकार (Chinese Government) ने Google को चीन में बैन कर दिया.
गूगल जो विश्वभर में सबसे ज्यादा उपयोग किये जाने वाले सर्च इंजन के रूप में अपने आप को स्थापित कर चुका हैं. ऐसे में अगर वो चीन की सरकार की शर्त को मान लेता तो उसे अपने सर्च इंजन पर बड़ी यूजर्स की संख्या मिल जाती. इसके साथ ही आने वाले कुछ सालों तक गूगल को पीछे छोड़ना किसी भी सर्च इंजन के लिए मुश्किल हो जाता. लेकिन गूगल ने अपने पुराने यूजर्स की प्राइवेसी का ध्यान रखा. इस तरह यूजर्स की प्राइवेसी का ध्यान रखने के लिए बड़े देश का बैन झेलकर गूगल अपने यूजर्स की विश्वसनीयता जितने में कामयाब हुआ हैं.
ऐसे में आने वाले लम्बे समय तक गूगल ने अपने यूजर्स को बांध लिया हैं. रही बात चीन में गूगल के बैन होने की, तो सभी जानते है, कि यह सब राजनीतिक परिदृश्य पर निर्भर करता हैं. हमारा कहने का मतलब है कि अभी चीन में जो सरकार हैं हो सकता है तो गूगल पर यूजर्स की जानकारी की शर्त रखे हुए हो.
लेकिन आने वाले समय में अगर चीन की राजनीति में बदलाव हुआ और सरकार बदली, तो हो सकता है, नई सरकार गूगल के साथ बिना किसी शर्त के बैन हटाकर अपने यहां भी उसके इस्तेमाल को अनुमति दे दे. लेकिन जो भी हो गूगल को फिलहाल किसी बात की चिंता नहीं हैं, उसने अपने यूजर्स पूरी दुनिया में बना लिए हैं. साथ ही उसके अधिकतर यूजर्स भारतीय है और सभी जानते हैं कि चीन के बाद जनसंख्या की दृष्टि में भारत दूसरे स्थान पर हैं. ऐसे में फिलहाल गूगल का पूरा ध्यान भारत की ओर ही केन्द्रित हैं.
अब आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि क्या, केवल Google ही China में बैन है, तो हम आपको बता दे कि, China में Google के साथ-साथ सभी बड़े Social Media Platforms जैसे Facebook, Whatsapp और Twitter भी बैन हैं. जिनके पीछे भी चीन की सरकार की यूजर्स की जानकारी जनने की नीति हैं. तथा सभी सोशल प्लेटफ़ॉर्म की अपने यूजर्स की प्राइवेसी का ध्यान रखने की प्रतिबद्धता.
आशा है, आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा तथा आपको भी इस बात की जानकारी मिल गई होगी कि आखिर चीन में गूगल और कई सोशल प्लेटफ़ॉर्म क्यों बैन हैं.
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