अमेरिक की कंपनी अमेज़न, इंडिया की कंपनी Flipkart और जियो की Jiomart. इन सभी ने भारत के कई सारे बिजनेस को Online लाने में मदद की. लेकिन अभी भी जो गलियों में छोटी-मोटी दुकाने हैं वो ऑनलाइन नहीं हो पाई हैं. अगर हो भी गई हैं तो उन पर कीमत थोड़ी ज्यादा है. जिस वजह से आम नागरिक किसी भी सामान को ऑनलाइन लेने से कतराता है. ऐसे में अब छोटे दूकानदारों के संगठन Confederation of all India Traders एक एप लेकर आने वाली है जिस पर छोटी से लेकर बड़ी दुकान तक ऑनलाइन हो जाएगी.
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स्वदेशी ऑनलाइन बाजार
CAIT अपना खुद का ई कॉमर्स पोर्टल लाने वाली है जिसका नाम भारत ई मार्केट होगा. अब आप सोच रहे होंगे कि इससे क्या फायदा होगा. ऐसा तो जियो मार्ट भी कर रहा है वो और वो भी एक स्वदेशी कंपनी है. दरअसल ये पोर्टल अपने आप में एक अलग पोर्टल होगा. इसका मकसद देश के सभी छोटे और गली मोहल्ले के दूकानदारों को ऑनलाइन लाना है. इसका पोर्टल और एप दोनों लाये जाएंगे. ताकि दुकानदार और ग्राहक दोनों आसानी से इसका इस्तेमाल कर सकें.
विदेशी कंपनियों को मिलेगी टक्कर
भारत में वर्तमान में कई विदेशी कंपनियाँ ऑनलाइन शॉपिंग में अपना पैर जमाये हुए बैठी हैं. ऐसे में ये एप उनके लिए एक दमदार टक्कर साबित होगी. CAIT हमेशा से फ्लिपकार्ट और Amazon जैसी बड़ी ऑनलाइन कंपनियों की मुखर विरोधी रही है. ये संस्था छोटे व्यापारियों के हितों के लिए काम करती है और लगातार FDI के नियमों का उल्लंघन करने को लेकर आवाज उठाती रही है. इस संस्था ने सरकार पर भी एफ़डीआई को लेकर दबाव बनाया है.
मुफ्त में खुलेगी ई दुकान
भारत E-Market छोटे दूकानदारों को ऑनलाइन करने का एक सशक्त माध्यम होगा. इसकी मदद से वे दुकानदार भी अपने सामान को ऑनलाइन बेच पाएंगे जो अभी तक ऑनलाइन नहीं आ पाये थे. भारत E-Market पर रजिस्ट्रेशन करवाने वाले दुकानदार से किसी तरह का कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा और हर दुकानदार फ्री में अपनी ई दुकान बना पाएगा. अगर वर्तमान में देखें तो कंपनियाँ 5 प्रतिशत से 35 प्रतिशत तक कमीशन दुकानदार से लेती हैं जिसके बाद चीजों की कीमतें बढ़ जाती हैं और आपके उसी समान को महंगे में खरीदना पड़ता है. इस एप की मदद से आपको सस्ता सामान तो मिलेगा ही साथ ही छोटे व्यापारियों को उनका बिजनेस बढ़ाने में मदद भी मिलेगी.
भारतीय कानून का पालन करेगी एप
भारत ई मार्केट एप पूरी तरह से भारत के नियमों का पालन करेगी. इस पोर्टल पर चीनी सामान बेचने की अनुमति नहीं होगी. वहीं इस पोर्टल का डाटा देश में ही रखा जाएगा किसी को बेचा नहीं जाएगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस साल के अंत तक भारत ई मार्केट पर 7 लाख ट्रेडर्स लाने का लक्ष्य रखा गया है वहीं अगले साल के अंत तक 1 करोड़ ट्रेडर्स लाने के लक्ष्य रखा गया है. इस पर दूकानदारों के अलावा दस्तकारों, महिला उद्यमियों और शिल्पियों को भी ऑनलाइन लाया जाएगा.
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अगर आप की भी कोई छोटी दुकान है तो आप भी इस एप और पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं और अपने सामान को ऑनलाइन बेचकर अपने बिजनेस की रफ्तार को बढ़ा सकते हैं.