Google कैसे देता है आपके सवालों के जवाब, गूगल सर्च कैसे काम करता है?

आपके दिमाग में कोई सवाल आया आपने झट से अपना स्मार्टफोन उठाया और गूगल से वो सवाल पूछ लिया. गूगल ने भी झट से आपके सवाल का जवाब दे दिया. लेकिन कभी आपने सोचा है कि गूगल आपके सवालो का इतनी जल्दी और सही जवाब कैसे दे देता है? बहुत ही कम लोग इस बारे में सोचते हैं क्योंकि उन्हें उनके सवाल के जवाब से मतलब होता है? अगर आप Technology में रुचि रखते हैं तो आपको जरूर जानना चाहिए कि गूगल कैसे आपके हर सवाल का जवाब कैसे दे देता है?

Google जवाब कहाँ से लाता है?

गूगल सवालों के जवाब कैसे देता है इससे पहले ये जानना जरूरी है कि गूगल के पास इन सारे सवालों के जवाब कहाँ से आते हैं? अगर आपने internet का इस्तेमाल किया है तो इस पर तीन मुख्य चीजे देखी होगी. इन तीनों कैटेगरी में इन्टरनेट पर मिलने वाला सारा कंटैंट बटा हुआ है.

1) Blog and Website

इन्टरनेट पर ढेर सारी वेबसाइट हैं. जिन पर अलग-अलग तरह का कंटैंट मिल जाता है. कई सारे ब्लॉग भी हैं जो वेबसाइट की तरह ही दिखते हैं. आपको जो पढ़ने वाली जानकारी चाहिए होती है गूगल वो सारी जानकारी यहाँ से लाता है. इनमें News Website और ब्लॉग मुख्य रूप से सम्मिलित हैं. आपने भी जब गूगल पर सर्च किया होगा तो इसने आपको आपके जवाब के लिए किसी वेबसाइट के पेज पर पहुंचा दिया होगा.

वेबसाइट पर पब्लिशर काफी रिसर्च करके उस जानकारी को लिखते हैं और पब्लिश करते हैं. इसके बाद गूगल तकनीकी रूप से उन जानकारी को फिल्टर करके आपको रिजल्ट देता है.

2) वीडियो प्लेटफॉर्म Video Platform

वेबसाइट के मुक़ाबले विडियो प्लेटफॉर्म काफी कम है. अधिकतर लोग सिर्फ यूट्यूब को ही जानते हैं. लेकिन ध्यान रहे कि इन्टरनेट पर हर जानकारी किसी न किसी वेबसाइट पर होती है. Youtube भी एक तरह की वेबसाइट है जिस पर आपको सिर्फ विडियो मिलते हैं. अगर आपको किसी जानकारी से संबन्धित विडियो देखना होता है तो गूगल आपको यूट्यूब पर उससे संबन्धित विडियो दिखा देता है. विडियो बनाने का काम कोई भी कर सकता है. अगर आपको किसी चीज की अच्छी नॉलेज है तो आप भी यूट्यूब पर विडियो बनाकर अपलोड कर सकते हैं और लोगों को उस चीज से संबन्धित जानकारी दे सकते हैं.

3) Social Media

सोशल मीडिया का उपयोग हम सभी करते हैं. इसमें मुख्य रूप से फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर काफी फेमस है. सारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म भी एक तरह की Website है जिन पर लोग अपने अकाउंट बनाते हैं और जानकारी साझा करते हैं. इसके लिए गूगल आपको सीधे रिजल्ट नहीं देता है लेकिन आप गूगल की मदद से इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पहुँच कर उस व्यक्ति को फॉलो करके उस व्यक्ति ने क्या पोस्ट किया है ये जान सकते हैं.

गूगल आपको जो जवाब देता है वो इन्हीं माध्यमों से आते हैं. इनमें से हर प्लेटफॉर्म की एक खास वेबसाइट होती है जिस पर ये सारी जानकारी अपलोड की जाती है और जब आपको इसकी जरूरत पड़ती है तो गूगल आपको इसके बारे में बता देता है. इसके अलावा गूगल के भी कुछ टूल्स हैं जिनके जरिये वो आपको जानकारी देता है. जैसे आपको तापमान देखना है, समय देखना है, कहीं जाने का रास्ता देखना है तो ऐसी जानकारी के लिए गूगल के खुद के टूल्स हैं जिन पर आप जानकारी देख सकते हैं.

गूगल सर्च कैसे काम करता है?

गूगल पर सारी जानकारी कहाँ से आती है इस बारे में तो आप जान गए होंगे लेकिन अब बात करते हैं गूगल ये सारी जानकारी आपको कैसे दिखाता है? गूगल पर एक ही तरह की जानकारी कई सारे वेबपेज पर उपलब्ध होती है और एक ही तरह की जानकारी के बारे में अलग-अलग तरह से कई सारी वेबसाइट पर बताया जाता है. जैसे आपने सर्च किया ‘आधार कार्ड अपडेट कैसे करवाएँ?’ तो इससे संबन्धित कई सारी जानकारी आपके सामने आ जाएगी लेकिन अगर आपने सर्च किया ‘आधार कार्ड में चेंज करवाएँ?’ तो इससे संबन्धित जानकारी भी आपके सामने आ जाएगी. अब गूगल ऐसा कैसे करता है? इसके लिए आपको गूगल के सर्च करने का तरीका समझना पड़ेगा.

क्रालिंग प्रोसेस

गूगल आपको जो जानकारी फिल्टर करके देता है उसका पहला प्रोसेस होता है ‘क्रालिंग’. इसका मतलब होता है जो जानकारी इन्टरनेट पर है उसे ढूंढकर व्यवस्थित करना. इसके लिए हर वेबसाइट से एक साइटमैप की मांग की जाती है ताकि गूगल को उस वेबसाइट का कंटैंट दूसरों को बताने में आसानी हो. Crawling करने के लिए गूगल का खुद का Software है जो अपने आप वेबसाइट के कंटैंट को क्राल करता रहता है  और उन्हें गूगल के सर्च रिजल्ट में बताता रहता है.

indexing

दूसरा प्रोसैस इंडेक्सिंग होता है. साइटमैप के जरिये गूगल को ये तो पता लग जाता है कि कौन सी वेबसाइट पर क्या कंटैंट है लेकिन यही कंटैंट कई सारी वेबसाइट पर भी होता है. ऐसे में इसके पास तो सूचनाओं का भंडार हो जाता है. अब गूगल अपने सॉफ्टवेयर की मदद से ये तय करता है कि उन सूचनाओं को किस तरह से दिखाना है.

इसे indexing कहते हैं. इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि मान लीजिये आप किसी लाइब्रेरी में गए. अब आपको स्वास्थ्य से संबन्धित कोई किताब चाहिए. आप चाहते हैं कि स्वास्थ्य में भी आपको सिर्फ पेट रोग की किताब चाहिए तो आप उस सेक्शन में जाएंगे जहां पेट रोग की किताबे होंगी. अब उस सेक्शन में आपको अलग-अलग राइटर द्वारा सेम टॉपिक पर लिखी गई कई किताबे मिलेंगी. जिनमें से आप अपनी मर्जी से किसी किताब को चुन सकते हैं.

ठीक इसी तरह गूगल के सर्च करने के सिस्टम में भी होता है. गूगल पहले Crawling करके सारी जानकारी अपने पास रख तो लेता है लेकिन इन्हें फिल्टर करने का काम सही से Indexing में किया जाता है. Index होने के बाद आपको काफी स्पेसिफिक जानकारी मिलती है. जैसे मान लीजिये आपको इन्टरनेट पर पासपोर्ट से संबन्धित जानकारी चाहिए.

अब आप सिर्फ पासपोर्ट लिखेंगे तो काफी सारी जानकारी आ जाएगी. लेकिन  अगर आपको सिर्फ पासपोर्ट फीस की जानकारी चाहिए तो हो सकता है कि वो पहले वाले रिजल्ट में न आए. क्योंकि सिर्फ पासपोर्ट से संबन्धित इन्टरनेट पर कई सारे वेबपेज है. अब ऐसे में आपको भी अपनी सर्च को थोड़ा स्पेसिफिक करते हुए पासपोर्ट फीस लिखना होगा. अब इन्टरनेट पर जितने भी वेबपेज पासपोर्ट फीस से संबन्धित होंगे वो आपके सामने आ जाएंगे.

अब गूगल जो रिजल्ट आपको दिखा रहा है ये जरूरी नहीं कि दूसरे देश में बैठे यूजर को भी सेम चीज डालने पर वही वेबलिंक दे. आप भारत में है तो गूगल आपकी लोकेशन को जानकर आपको भारत की पासपोर्ट फीस के बारे में पहले बताएगा. Google Search Algorithm कई फैक्टर पर निर्भर करता है.

जैसे आप कहाँ रहते हैं, आपने पहले कौन सी वेबसाइट ज्यादा सर्च की है, आपने पहले उस कीवर्ड से संबन्धित कौन सी जानकारी सर्च की थी. इन सारी बातों को ध्यान रखते हुए गूगल आपको आपके काम की चीज देता है.

क्या गूगल के सर्च रिजल्ट को खरीदा जा सकता है?

कई Blogger Publisher अपनी वेबसाइट के कंटैंट को गूगल के टॉप पेज पर लाना चाहते हैं और इसके लिए काफी मेहनत भी करते हैं. लेकिन किस keywords पर कौन सा कंटैंट किस वेबसाइट का टॉप पर आएगा ये सब Google’s Algorithm पर निर्भर करता है.

अब कई लोग सोचते हैं कि क्या हम उस जगह को खरीदकर अपना कंटैंट टॉप पर ला सकते हैं. तो गूगल का खुद का कहना है ‘हम सिर्फ विज्ञापन बेचते हैं, न कि खोज नतीजे’.आपको Google के टॉप पोजीशन पर कई Advertisement दिखाई दिये होंगे. तो आप सोच रहे होंगे कि खोज के नतीजों में भी हम पैसा देकर जगह ले सकते हैं तो गूगल ऐसा बिलकुल भी नहीं करता है.

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आप अगर विज्ञापन के रूप में अपना कोई वेबपेज पर टॉप पर लाना चाहते हैं तो ला सकते हैं लेकिन गूगल अपनी खोज की जगह को कभी नहीं बेचता है. 

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