What is DuckDuckGo in Hindi DuckDuckGo Vs Google इन्टरनेट पर हमें कुछ भी सर्च करना हो, हम झट से मोबाईल उठाते हैं, गूगल खोलते हैं और अपने सवाल के जवाब पा लेते हैं. लेकिन कभी आपने गौर किया है कि Internet पर सर्च करने के लिए आप सिर्फ Google का ही इस्तेमाल क्यों करते हैं? क्या दुनिया में गूगल के अलावा और कोई Search Engine नहीं है जो आपके सवालों का जवाब दे सके. हो सकता है ऐसा काफी कम लोगों ने सोचा हो लेकिन दुनिया में गूगल के आलावा भी काफी सारे सर्च इंजन हैं जिनका लोग काफी इस्तेमाल करते हैं. DuckDuck Go इन्हीं सर्च इंजन में से एक है.
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DuckDuckGo क्या है?
DuckDuckGo गूगल की तरह ही एक सर्च इंजन है और हो सकता है कि आपने अभी तक इसका उपयोग न किया हो लेकिन दुनियाभर में ये काफी पॉपुलर हो रहा है. DuckDuckGo की मदद से आप कुछ भी सर्च कर सकते हैं और अपनी पसंद की जानकारी पा सकते हैं. अब ऐसा नहीं है कि इस Search Engine पर आप Youtube या अन्य किसी गूगल के प्रॉडक्ट का इस्तेमाल नहीं कर सकते. आप इस पर Youtube, Gmail जैसे कई सारी वेबसाइट को एक्सेस कर सकते हैं. जिस तरह आप गूगल चलाते हैं उसी तरह का Duckduckgo भी है जो आपको सर्चिंग करने की सुविधा देता है.
DuckDuckGo कैसे शुरू हुआ?
एक तरफ पूरी दुनिया में इन्टरनेट पर गूगल अपना वर्चस्व बनाए हुए है वहीं दूसरी तरफ और भी सर्च इंजन हैं जिन्हें लोग उपयोग कर रहे हैं. DuckDuckGo इन्हीं अन्य सर्च इंजन की गिनती में आता है. हालांकि इसके पास गूगल जितने यूजर्स नहीं है लेकिन अब प्राइवेसी को लेकर इसके काफी सारे यूजर्स बढ़ने लगे हैं.
इसकी स्थापना गेब्रियल विंबर्ग ने 25 सितंबर 2008 को की थी. इसका नाम कार्टून टीवी शो डकडकगुज के नाम पर रखा गया था. साल 2011 तक गेब्रियल इसे बिना किसी फंडिंग के चला रहे थे. गेब्रियल ने खुद के पैसों से इस वेबसाइट को चलाया और इन्टरनेट की दुनिया में इसे बनाए रखा. साल 2011 में यूनियन स्कवेर वेंचर नाम की अमेरिकी कंपनी ने इसमें इन्वेस्ट किया जो डकडकगो के लिए काफी फायदेमंद साबित हुआ.
Investment मिलने के बाद गेब्रियल ने इसका विस्तार करना शुरू किया. कुछ ही दिनों में उनकी सफलता रंग लाई और साल 2012 तक डकडकगो पर रोजाना 15 लाख लोग आने लगे थे. यूजर्स के बढ़ने से कंपनी को काफी मुनाफा हुआ और उस साल कंपनी ने 1, 15,000 डॉलर कमाए. इसके बाद डकडकगो में इन्वेस्ट करने वालों की संख्या बढ़ती गई.
साल 2014 में एप्पल ने अपने ब्राउज़र सफारी में डकडकगो को सर्च इंजन में जगह दी. इसके बाद मोज़िला ने भी डकडकगो को अपने ब्राउज़र में एक विशेष स्थान दिया.
साल 2016 में टोर कंपनी ने अपने Browser में डकडकगो को Default Browser घोषित किया.
डकडक गो पहले की तरह गुमनाम नहीं है. आज के समय में इस पर आने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. हालांकि ये संख्या गूगल के मुक़ाबले कुछ नहीं है लेकिन फिर भी रोजाना करीब 3 करोड़ से भी ज्यादा लोग डकडकगो का इस्तेमाल कर रहे हैं.
DuckDuckGo का इस्तेमाल कैसे करें?
डकडकगो का इस्तेमाल करना काफी आसान है. अगर आपको गूगल का इस्तेमाल करना आता है तो आप डकडकगो भी आसानी से इस्तेमाल कर पाएंगे. इसके लिए आप किसी भी ब्राउज़र में जाकर www.duckduckgo.com लिखें या फिर सीधे Duckduckgo सर्च करें. आपके सामने इसकी वेबसाइट आ जाएगी जिस पर क्लिक करके आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. इसका इंटरफेस भी गूगल की तरह काफी आसान है. आपको सर्च करने में या किसी चीज को ढूँढने में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी.
अगर आप फोन में इसका इस्तेमाल करना चाहते हैं तो फोन में भी कर सकते हैं. इसका इस्तेमाल करने के लिए आपको इसकी एप प्ले स्टोर पर मिल जाएगी. इस एप को अभी तक दस लाख से भी ज्यादा लोग डाउनलोड कर चुके हैं. वहीं दूसरी तरफ अगर आपके पास एप्पल का डिवाइस है तो आप सफारी ब्राउज़र में डकडकगो का इस्तेमाल कर सकते हैं.
क्या DuckDuckGo Google से बेहतर है?
जब से हम इन्टरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं तब से हम गूगल पर ही सारी जानकारी सर्च करते हैं. गूगल हमारे लिए इन्टरनेट का पर्यायवाची बन चुका है. लेकिन ऐसा नहीं है कि इन्टरनेट सर्चिंग के लिए हमारे पास गूगल के अलावा कोई विकल्प नहीं है. इन्टरनेट पर ऐसे कई सारे सर्च इंजन हैं जिनका उपयोग लोग करते हैं. जैसे चीन में गूगल पूरी तरह बैन है और वहाँ के लोग Baidu उपयोग करते हैं. इसी तरह काफी सारे लोग दुनियाभर में DuckDuckGo का इस्तेमाल करते हैं.
अब सवाल ये आता है कि क्या Duckduckgo गूगल से बेहतर है. अब सीधे तौर पर ये नहीं कहा जा सकता कि Duckduckgo गूगल से बेहतर है क्योंकि Google एक काफी अपडेटेड सर्च इंजन है जो मिनी सेकंड में आपको रिजल्ट देता है. इसके अलावा गूगल के कई ऐसे प्रॉडक्ट हैं जिनका उपयोग हम रोजाना करते हैं जैसे Youtube, Gmail, Android, Google News, Google Maps आदि. ये सभी कहीं न कहीं एक दूसरे से लिंक होते हैं इसलिए गूगल की आवश्यकता हर हाल में पड़ती है. इसलिए सीधे तौर पर Duckduckgo गूगल से बेहतर नहीं है.
लोग Duckduckgo को क्यों पसंद कर रहे हैं?
जब से फेसबुक के डाटा लीक करने की खबरे सामने आई है तब से लोग अपनी प्राइवेसी को लेकर ज्यादा अलर्ट हो गए हैं. अगर उन्हें कोई भी ऐसा एप या सॉफ्टवेयर दिखता है जो उनकी प्राइवेसी में दखल दे रहा है तो लोग उसे डिलीट कर देते हैं. Duckduckgo की लोकप्रियता बढ़ने के पीछे भी प्राइवेसी एक बड़ा कारण है.
Duckduckgo में प्राइवेसी फीचर दिया गया है. अगर आप इसका इस्तेमाल करते हैं तो ये न तो आपकी जानकारी खुद ट्रैक करता है और न ही दूसरों को आपकी जानकारी देता है. अगर आप गूगल का इस्तेमाल करते हैं आपने देखा होगा कि आप कभी भी कोई चीज सर्च करते हैं तो उससे संबन्धित विज्ञापन आपके पास आने लगते हैं, आप कहीं भी जाते हैं तो Google आपसे उस जगह का रिव्यू पूछने लगता है. इसका मतलब ये होता है कि गूगल आपको ट्रैक कर रहा है. आप क्या डाटा सर्च कर रहे हैं उस डाटा के हिसाब से दूसरों के एड आपको दिखा रहा है. गूगल आपको हर पल ट्रैक करता है. गूगल आपका नाम, आपका पता, आपका मोबाइल नंबर, आपकी लोकेशन यहाँ तक कि आपका Ip address भी जानता है. इसी वजह से कई यूजर्स नाराज हैं और दूसरे सर्च इंजन पर शिफ्ट हो रहे हैं जहां उनकी निजता में कोई दखल न दे.
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Duckduck Go के यूजर्स Privacy Feature के कारण काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. जब आप Duckduckgo का इस्तेमाल करते हैं तो न तो ये आपसे लोकेशन पूछता है और न ही आपका आईपी एड्रेस ट्रैक करता है. ये आपकी Search History को भी मॉनिटर नहीं करता है. यानि ये आपको पूरी तरह प्राइवेसी देता है.