केंद्र सरकार द्वारा भारत में सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना आयुष्मान भारत (Ayushman Bharat Yojana) को साल 2018 में लांच किया गया था. इस योजना का उद्देश्य गरीब और जरूरतमंदों को मुफ्त इलाज मुहैया कराना था. इसी कड़ी में सरकार ने हाल ही में साल 2021 में एक और बहुत बड़ी योजना लांच की है जिसका नाम डिजिटल हैल्थ मिशन है. (Digital Health Mission in Hindi) इसका संबंध भी स्वास्थ्य से जुड़ा है और ये कहीं न कहीं आयुष्मान भारत से ही जुड़ी हुई है. इस योजना की मदद से नागरिकों का इलाज तेजी से होगा और उन्हें किसी तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा. चलिये जानते हैं कि डिजिटल भारत हैल्थ मिशन योजना क्या है? इसका आम नागरिकों को क्या फायदा मिलेगा?
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क्या है डिजिटल हैल्थ मिशन? | Digital Health Mission in Hindi
Digital Health Mission भारत सरकार द्वारा लांच की गई एक स्वास्थ्य योजना है. इस योजना की शुरुवात 15 अगस्त 2020 में हुई थी. लेकिन तब इसे सिर्फ अंडमान निकोबार, चंडीगढ़, दादर नागर हवेली, दमनदीव, लद्दाख, लक्ष्यद्वीप में शुरू किया गया था. लेकिन अब इसे सम्पूर्ण भारत में लांच किया जा रहा है. इस योजना के तहत भारत के हर नागरिक को आधार कार्ड के आधार नंबर की तरह 14 अंकों की Unique Health ID दी जाएगी. ये आईडी उनके हॉस्पिटल में भर्ती करने पर उनके इलाज के दौरान काम आएगी. ताकि उनका इलाज तेजी से हो सके और डॉक्टर उनकी मेडिकल कंडीशन के बारे में समझ सके.
कैसे काम करेगी यूनिक हैल्थ आईडी? | How Unique health ID work?
डिजिटल हैल्थ मिशन के तहत हर नागरिक को 14 अंकों की एक यूनिक हैल्थ आईडी दी जाएगी. इस आईडी में आपकी सारी Medical History को अपलोड किया जाएगा. इस आईडी को बनवाने के बाद आप जब भी किसी हॉस्पिटल में भर्ती होंगे या फिर कहीं इलाज कराएंगे तो आपसे सबसे पहले हॉस्पिटल द्वारा इसी आईडी को लिया जाएगा.
इस आईडी को लेने के बाद हॉस्पिटल में आपको जो जांच होगी उसकी रिपोर्ट को इस पर हॉस्पिटल की ओर से अपलोड किया जाएगा. इतना ही नहीं डॉक्टर द्वारा आपका क्या इलाज किया जा रहा है, आपको कौन सी दवाई दी जा रही है? आप पर उन दवाइयों का क्या असर हो रहा है? आप कितने दिन में डिस्चार्ज होंगे? इस तरह की सारी जानकारी को आपकी हैल्थ आईडी पर अपलोड किया जाएगा. मतलब किसी अस्पताल द्वारा किया गया आपका सारा ट्रीटमेंट आपकी यूनिक हैल्थ आईडी पर अपलोड रहेगा.
इसका फायदा ये होगा कि जब आप दूसरी बार कहीं अपना चेकअप कराने या किसी हॉस्पिटल में भर्ती होने जाएंगे तो डॉक्टर सिर्फ आपकी यूनिक हैल्थ आईडी को अपने कंप्यूटर में डालेगा और उसके सामने आपकी पूरी मेडिकल हिस्ट्री आ जाएगी. ये ठीक वैसा ही रहेगा जैसा आपकी कॉल हिस्ट्री आपके टेलीकॉम ऑपरेटर के पास होती है. इसकी वजह से डॉक्टर आपकी मेडिकल कंडीशन को जल्दी समझ पाएगा और आपका इलाज जल्दी शुरू कर पाएगा. कुलमिलाकर ये आपके लिए काफी फायदेमंद योजना साबित होने वाली है.
डिजिटल हैल्थ कार्ड कैसे बनेगा? | How to make digital health card?
डिजिटल हैल्थ कार्ड बनवाने के लिए आप या तो अपने नजदीकी CSC Center पर जा सकते हैं या फिर खुद ही इन्टरनेट और मोबाइल या कंप्यूटर के जरिये बना सकते हैं. डिजिटल हैल्थ आईडी कैसे बनेगी? इसका पूरा प्रोसेस नीचे दिया जा रहा है. जिसे आप स्टेप बाय स्टेप फॉलो करके खुद की हैल्थ आईडी जनरेट कर सकते हैं.
– डिजिटल हैल्थ आईडी बनवाने के लिए सबसे पहले डिजिटल हैल्थ मिशन की ऑफिशियल वेबसाइट https://healthid.ndhm.gov.in/ पर जाएँ.
– यहाँ होमपेज पर ही आपको Create your health ID now का ऑप्शन दिखाई देगा. आपको उस पर क्लिक करना है.
– इसके बाद आपको दो ऑप्शन दिखाई देंगे. एक के द्वारा आप सीधे अपने आधार कार्ड से हैल्थ आईडी जनरेट कर सकते हैं और दूसरे में आप अपने मोबाइल नंबर के जरिये
– यहाँ हम आपको आपके मोबाइल नंबर से डिजिटल हैल्थ आईडी बनाने के बारे में बता रहे हैं.
– इसमें सबसे पहले अपना मोबाइल नंबर फिल करें.
– इसके बाद वेरिफिकेशन के लिए एक ओटीपी आपके दर्ज किए गए मोबाइल नंबर पर आएगा.
– ओटीपी फिल करने के बाद एक छोटा सा फॉर्म ओपन होगा जिसमें आपको जानकारी फिल करनी है.
– इस फॉर्म में आपको अपना आधार नंबर, मोबाइल नंबर, नाम, सरनेम, पता, उम्र, राज्य आदि की जानकारी फिल करनी है.
– इन सभी जानकारी को फिल करने के बाद सबमिट बटन पर क्लिक करें.
– अब आपकी Health ID Generate हो जाएगी.
इस आईडी में फोटो लगा हुआ नहीं आएगा. इसलिए यदि आप फोटो लगाना चाहते हैं तो अपना एक फोटो इस पर अपलोड करके लगा सकते हैं. इस तरह आपका आपका Digital Health ID Card तैयार हो जाता है. आप इसे प्रिंट करवा लें और लेमिनेशन करवाकर अपने पास रखें. आप चाहे तो इसे अपने मोबाइल में भी संभाल कर रख सकते हैं.
डिजिटल हैल्थ कार्ड के क्या फायदे हैं? | Digital health card benefits
Digital Health Card की वजह से आपका इलाज तो फ्री में नहीं होगा. फ्री में इलाज करवाना है तो आपके पास आयुष्मान कार्ड होना चाहिए. लेकिन यदि आपके पास ये दोनों है तो आपको इलाज करवाने में काफी ज्यादा मदद मिलेगी.
डिजिटल हैल्थ कार्ड की 14 अंकों की आईडी पर हॉस्पिटल और डिस्पेन्सरी द्वारा आपकी सभी मेडिकल हिस्ट्री को अपलोड किया जाएगा. ये हिस्ट्री आपके तब काम आएगी जब आप दोबारा किसी हॉस्पिटल में भर्ती होंगे या फिर किसी डॉक्टर के पास इलाज करवाने जाएंगे. इसकी मदद से आपका इलाज बहुत जल्दी होगा. डॉक्टर को आपको मेडिकल कंडीशन समझने पर ज्यादा समय बर्बाद नहीं करना पड़ेगा.
क्या डिजिटल हैल्थ आईडी सुरक्षित रहेगी? | Is digital health id safe?
डिजिटल हैल्थ आईडी पूरी तरह सुरक्षित रहेगी. इसे कोई भी आपके 14 अंकों की यूनिक आईडी द्वारा सीधे एक्सेस नहीं कर पाएगा. इसके लिए आपके वेरिफिकेशन की जरूरत हमेशा रहेगी. जैसे मान लीजिये कि आप किसी हॉस्पिटल में गए और वहाँ आपने अपनी आईडी दी. तो हॉस्पिटल सीधे आईडी डालकर आपकी मेडिकल हिस्ट्री नहीं देख सकते. उस आईडी को एक्सेस करने के लिए आपके पास एक ओटीपी आएगा जिसे दर्ज करके ही वे आपकी आईडी को एक्सेस कर सकते हैं.
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डिजिटल हैल्थ मिशन मोदी सरकार की एक बहुत अच्छी योजना है. इसकी मदद से नागरिकों को समय पर इलाज मिल पाएगा और बार-बार जांच करवाने का झंझट भी खत्म हो जाएगा. इस तरह आपको आयुष्मान कार्ड के साथ मुफ्त इलाज तो मिलेगा ही साथ ही आपकी सारी मेडिकल डिटेल्स डिजिटल हैल्थ आईडी पर मौजूद भी रहेगी.