अस्पताल के खर्चों से बचने के लिए लोग आजकल हेल्थ इंश्योरेंस या मेडिक्लेम पॉलिसी का उपयोग करते हैं. इन दोनों के फीचर्स एक जैसे ही हैं और काफी सारे लोग इन्हें एक समान ही समझते हैं लेकिन Health Insurance और Mediclaim में अंतर होता है जिसे समझना बेहद जरूरी है. क्योंकि दोनों के ही अलग-अलग फीचर्स हैं.
Health Insurance & Mediclaim Policy कई लोग खरीदते हैं लेकिन इसके बीच के अंतर को नहीं जानते हैं. यदि आप भी इनमें से किसी एक पॉलिसी को खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपको हेल्थ इंश्योरेंस और मेडिक्लेम पॉलिसी के बारे में जरूर जान लेना चाहिए.
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Health Insurance क्या है?
Health Insurance ऐसी पॉलिसी होती है जो आपके इलाज के खर्च तथा इलाज के दौरान आने वाले अन्य खर्चों को कवर करती है. इसमें आपकी जरूरत के आधार पर उन सभी फ़ैक्टर को कवर किया जाता है जो व्यक्ति के इलाज के दौरान हो सकते हैं.
जैसे अस्पताल आने का खर्च, एम्बुलेंस का खर्च, इलाज का खर्च, जांच का खर्च, इलाज हो जाने के बाद का खर्च आदि शामिल किया जाता है.
Mediclaim Policy क्या है?
मेडिक्लेम पॉलिसी ऐसी पॉलिसी होती है जिसमें सिर्फ अस्पताल के इलाज को कवर किया जाता है. मतलब इसमें आपको जो पैसा मिलेगा वो तब मिलेगा जब आप अस्पताल में इलाज करवाएंगे.
Health Insurance & Mediclaim में अंतर
इन दोनों के बीच काफी ज्यादा अंतर होता है.
1) कवरेज का अंतर
इसमें सबसे पहला और प्रमुख अंतर इसके कवरेज में होता है. एक तरफ mediclaim policy में जहां सिर्फ हॉस्पिटल में इलाज का खर्च कवर किया जाता है. वहीं दूसरी तरफ health insurance policy में हॉस्पिटल में इलाज के खर्च के अलावा हॉस्पिटल तक लाने का खर्च, इलाज के बाद देखभाल में होने वाला खर्च भी कवर किया जाता है. यहाँ तक की एम्बुलेंस के खर्च को भी इसमें कवर किया जाता है.
2) बीमारियों में अंतर
जब आप मेडिक्लेम पॉलिसी को खरीदते हैं तो उसमें बीमारियां या स्थितियाँ पहले से तय होती हैं जिनके आप इलाज करवा सकते हैं. वहीं health insurance policy के तहत आप 30 से अधिक घातक बीमारियों के इलाज भी करवा सकते हैं. इसमें आप कैंसर, हार्ट अटैक, किडनी फैल होना, लकवा आदि का इलाज भी शामिल किया जाता है.
3) बीमा राशि में अंतर
दोनों ही तरह की पॉलिसी की बीमा राशि में भी अंतर होता है. मेडीक्लैम के तहत आप 5 लाख रुपये तक की बीमा सुरक्षा ले सकते हैं, जबकि health insurance plan के तहत आप सालाना 6 करोड़ के इलाज तक के लिए प्लान ले सकते हैं. इसके साथ ही आप इसमें ढेरों चीजें भी एड कर सकते हैं. लेकिन अधिक बीमा रकम और सुविधाओं के लिए आपको अधिक प्रीमियम जमा करना होगा.
4) एड ऑन सुविधाएं
मेडिकल इंश्योरेंस प्लान में आपको कई तरह की एड ऑन सुविधाएं एड करने का मौका मिलता है. मतलब आप अपने हिसाब से इसमें कुछ और सुविधाएं भी जुड़वा सकते हैं, जबकि मेडीक्लैम पॉलिसी में आपको पहले से तय की गई सुविधाएं ही मिलती हैं. इसमें आप अन्य सुविधाएं एड नहीं करवा पाते हैं.
5) बदलाव करने की सुविधा
मेडिक्लेम पॉलिसी एक बार खरीद ली तो इसमें उसमें कोई बदलाव करवाने की सुविधा नहीं है. मतलब जो प्रीमियम तय किया गया है वहीं प्रीमियम आपको जमा करना है और जो सुविधाएं आपको बताई गई हैं वहीं सुविधाएं आपको मिलती हैं.
वहीं दूसरी ओर मेडिकल इंश्योरेंस पॉलिसी में आप जब चाहे तब अपनी सुविधा के अनुसार प्रीमियम को कम करवा सकते हैं. इसके साथ ही आप इसमें मिलने वाली सुविधाओं को भी कम ज्यादा कर सकते हैं. लेकिन ये सब आप एक तय अवधि के बाद कर सकते हैं.
6) क्लेम करने की सुविधा
इन दोनों तरह की पॉलिसी में क्लेम करने का अंतर भी होता है. आप मेडिक्लेम पॉलिसी लेने पर उसकी अधिकतम सीमा तक क्लेम कर सकते हैं. बीमा अवधि में क्लेम करने के बाद भी जब जरूरत हो तो भी क्लेम कर सकते हैं. लेकिन ये रकम पॉलिसी की अधिकतम राशि के अंदर होना चाहिए.
दूसरी तरफ हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में आप गंभीर किस्म की बीमारियों के इलाज में या दुर्घटना में अपंग हो जाने पर पॉलिसी की पूरी रकम ले सकते हैं. लेकिन इसके बाद आपको उस पॉलिसी से कोई फायदा नहीं मिल पाएगा. दूसरी ओर स्वास्थ्य समस्याओं के लिए आप चाहे जितनी बार क्लेम कर सकते हैं. लेकिन क्लेम की राशि बीमित रकम के अंदर ही होना चाहिए.
7) भर्ती होने का अंतर
मेडिक्लेम पॉलिसी से पैसा पाने के लिए या इसका लाभ पाने के लिए व्यक्ति का हॉस्पिटल में भर्ती होना जरूरी है. यदि व्यक्ति अस्पताल में भर्ती नहीं हुआ तो उसे कोई फायदा नहीं मिलेगा. आपको सिर्फ हॉस्पिटल में खर्च हुआ पैसा ही क्लेम में मिल पता है.
दूसरी ओर मेडिकल इंश्योरेंस पॉलिसी में आपको अस्पताल में भर्ती हुए बिना भी इलाज का खर्च मिल जाता है. इसके लिए आपको एड ऑन में ये सुविधा लेनी पड़ती है. इसके अलावा घर पर मरीज की देखभाल के लिए पैसा मिलता है.
दोनों तरह की पॉलिसी दिखने में समान होती है क्योंकि दोनों ही हॉस्पिटल में इलाज के दौरान खर्च की रकम को व्यय करते हैं लेकिन Medical insurance policy आपके और भी काफी सारे खर्च को वहन करती है. आप अपनी जरूरत के हिसाब से दोनों में से किसी एक पॉलिसी को इलाज के खर्च के लिए खरीद सकते हैं.
आपको लगता है कि आपको सिर्फ हॉस्पिटल के खर्च के लिए ही पॉलिसी की जरूरत है तो आप मेडिक्लेम पॉलिसी को खरीद सकते हैं और आपको लगता है कि बीमार होने पर सभी खर्च इंश्योरेंस कंपनी ही वहन करे तो आप हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को खरीद सकते हैं.
एक बात का और ध्यान रखें की मेडिक्लेम पॉलिसी और हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी दोनों को कई सारी कंपनियां ऑफर करती हैं और सभी कंपनियों की पॉलिसी की विशेषता अलग-अलग हो सकती है. इसलिए इन्हें खरीदने से पहले ध्यान से इनके नियम और शर्तों को पढ़ें, इसके बाद ही इन्हें खरीदें.
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आपको जितना ज्यादा क्लैम और सुविधाएं चाहिए, उसके लिए आपको उतना ही ज्यादा प्रीमियम जमा करना होगा. मेडिक्लेम पॉलिसी में आपको प्रीमियम कम जमा करना होता है वहीं दूसरी ओर हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में अधिक प्रीमियम जमा करना होता है क्योंकि इसमें बीमित रकम ज्यादा होती है और सुविधाएं भी ज्यादा होती हैं.