आधुनिकरण के इस दौर में हर इंसान टेक्नोलॉजी को लेकर काफी प्रभावित हुआ है वो इन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके अपनी दुनिया में अलग ही पहचान बना रहा है हर इंसान के मन में बस यही चाहत है की वो कॉम्पीटिशन की इस दुनिया में सबसे आगे रहे यही कारण है की आज दुनिया में गाँव खली हो रहे सभी शहरो की और भाग रहे खेती करना हर किसी की चाहत नही सभी एक बंद कमरे में AC में बैठकर काम करना पसंद करते है धुप में नही क्योकि उनका मानना है की धुप में खेती करने के बाद भी कुछ हासिल नही होता, लेकिन उनका ये सोचना गलत है गुजरात के गांधीनगर में रहने वाले जगदीश ने उनकी इस सोच को गलत साबित कर दिया है जगदीश को खेती करने के अलग-अलग तरीके सिखाने, और उनकी उपज की सही कीमत दिलाने का एक खास आईडिया मिला जिससे वो हर महिने लाखो की कमाई करते है.
Technology is helping Indian Farmers
जगदीश धनानी ने Agriculture Science में MSC किया और खेती के बारे में अनुभव पाने के लिए उन्होंने Agreeculture फील्ड में पत्रकारिता का Cource किया जिससे उन्हें खेती के बारे में काफी अनुभव हुआ नौकरी छोड़ने के बाद उन्होंने एग्री क्लीनिक एग्री बिजनेस से ट्रेनिंग ली और फिर इस काम में जुट गए। खेती में डालने वाली पैदावार, फसल के नफ़ा नुकसान, उचित कीमत आदि इन सभी के बारे बहुत रिसर्च की जिससे उन्हें खेती सम्बन्धित कई तरह के आईडिया मिले अब वो ये सभी आईडिया किसानो तक पहुचाना चाहते थे.
एपिसोड देने दूर गांवो में जाना पड़ता था
अनुभव हो जाने के बाद जगदीश ने एक टीवी के लिए एग्रीकल्चर पर करीब 1100 एपिसोड किए हैं . इन एपिसोड में किसानो के हित से सम्बन्धित सभी बाते बताई जाती थी , और कई तरह के आईडिया दिए जाते थे.एपिसोड शूट करने के लिए उन्हें दूरदराज गांवों में जाना पड़ता था। जब वो किसानो को खेती से जुडी बाते बताते तो कई खेती से जुड़ी समस्याएं भी उनके पास आती और उन्हें खेती से जुड़ी समस्याएं जानने का मौका मिलता जगदीश बताते है की किसानो को जितनी भी जानकारिया दी जाती है वो न तो पूरी तरह सही होती है और न ही पर्याप्त.
Digital Agrimedia की शुरुआत
किसानो तक अपनी जानकारियाँ पहुचाने के लिए जगदीश को वीडियो बनाने का आइडिया मिला और फिर डिजिटल एग्रीमीडिया की शुरुआत हुई. जगदीश जी ने जब किसानो से बातचीत की तो उन्हें पता हुआ की किसानो को जितनी भी जानकारिया मिलती है वो पर्याप्त नही होती इसलिए किसानो को अक्सर खेती में नुक्सान उठाना पड़ता है. इसलिए इस विडियो के माध्यम से जगदीश किस्सनो को फसल के लगने से काटने तक की सभी जानकारिया देते है और यही नही अपनी फसल की सही कीमत कहा पर और वो कैसे मिलेगी किसानो से जुड़े हर सवाल का जवाब इस विडियो में होता है.
हिंदी में बनाई विडियो Online बेचते है
हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा है जो लगभग हर किसी के समज में आ जाती है इसलिए जगदीश ने अपनी सारी विडियो हिंदी में ही बनाई है.जगदीश ने खेती से जुडी 60 से भी ज्यादा विडियो की DVD बनाई है. इन विडियो सभी किसानो तक आसानी से पहुचाया जा सके इसलिए ये DVD जगदीश अपनी वेसिते के माध्यम से बेचते है . जिस भी व्यक्ति को ये DVD चाहिए वो इनकी वेबसाइट से ले सकता है. इन की एक DVD की कीमत 120 रूपए है.एग्रीमीडिया के तहत हिन्दी में 60 से ज्यादा सीडी उपलब्ध हैं, जबकि गुजराती में 125 फसलों की DVD मौजूद है. जगदीश की कंपनी का वार्षिक टर्नओवर 2 करोड़ रूपए हो गया है.
एपिसोड भी बनाए
DD के सभी चेनल अधिकतर किसानो के पास होते है और वो खेती से जुडी हर बात यही से जानते है इसलिए जगदीश ने ने डीडी गुजराती पर किसानों के लिए 50 से भी ज्यादा एपिसोड बनाकर प्रसारित किए। जगदीश की वेबसाइट पर आज 16,000 लोग रजिस्टर्ड हैं और उनके पास 60,000 वीडियो हैं और इसके साथ ही वो 10 लोगों को रोजगार दे रहे हैं.
App भी लॉन्च किया
इन्टरनेट का भी इस्तेमाल करते हुए जगदीश ने फरवरी 2018 में “Agreemidia Video App” (Free of Cost) भी लॉन्च किया है ये App किसानो को खेती से जुडी हर समस्या का समाधान करने में मदद करेगी.जगदीश की कंपनी सालाना यह किसानों की समस्या के समाधान के लिए बनाया गया है. जगदीश कहते हैं कि कंपनी के सालाना 2 करोड़ टर्नओवर कमाती है और उसमे से उन्हें 15% प्रॉफिट होता है यानी उनकी वार्षिक इनकम 30 लाख हैं. लेकिन वो ये रकम किसानो को जागरूक करने पर खर्च करते है.
Website – http://agrimediafilm.com
मिला सम्मान
जगदीश ने किसानो के लिए इतना किया की अब वे किसी प्रशंसा के मोहताज नहीं हैं. हाल ही में भारत सरकार द्वारा मार्च 2018 को किसानों की आमदनी दोगुना करने के लिए आयोजित कृषि उन्नति 2018 आयोजित किया था जिसमे जगदीश को एक समीक्षक के तौर पर आमंत्रण मिला था.
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