Data Scientist Kaise Bane | डाटा साइंटिस्ट एक तेजी से उभरता हुआ करियर है. इनकी काफी डिमांड देखी जा रही है. टॉप जॉब वेबसाइट पर भी इनकी संख्या काफी ज्यादा है. इसलिए Data Scientist एक चमकता हुआ करियर ऑप्शन है. इस प्रोफेशन में आप इंजीनियरिंग या मैनेजमेंट से जुड़े प्रोफेशन से ज्यादा कमा सकते हैं. तो चलिये जानते हैं डाटा साइन्स क्या है? डाटा साइंटिस्ट कैसे बनें? (How to become data scientist?) और डाटा साइंटिस्ट करियर से जुड़े कुछ खास सवालों के जवाब.
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डाटा साइन्स क्या है ? (What is Data Science?)
डाटा साइन्स एक बढ़िया करियर ऑप्शन है. इसमें आपको डाटा को analys करना होता है. डाटा साइन्स में कंप्यूटर और मशीन लर्निंग के आधार पर आप डाटा से निष्कर्ष निकालते हैं जिसके आधार पर ये अनुमान लगाया जाता है कि लोगों का रुझान किस चीज में है.
जब चुनाव होते हैं तो Exit Polls की चर्चा के जाती है. ये भी Data Science का ही एक उदाहरण है. जिसमें लोगों के रुझान को देखते हुए ये कयास लगाए जाते हैं कि कौन सी पार्टी चुनाव में जीत सकती है.
Data Science की पढ़ाई में आपको मशीन लर्निंग, एल्गोरिथम, एआई आदि का गहराई से अध्ययन करना होता है. क्योंकि यही वो टूल हैं जिनका उपयोग करके आप डाटा साइंटिस्ट बन सकते हैं.
डाटा साइन्स का उपयोग (Use of Data Science in Business)
आप ये तो जानते ही हैं कि मार्केट में डाटा साइंटिस्ट कि कितनी डिमांड है. लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि मार्केट में इनकी इतनी ज्यादा डिमांड क्यों हो रही है.
डाटा साइन्स का उपयोग आज के समय में हर तरह के बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए हो रहा है. चिकित्सा, ऑटोमोबाइल, मनोरंजन, राजनीति, फूड इंडस्ट्री, कॉस्मेटिक इंडस्ट्री हर तरह की इंडस्ट्री में डाटा साइन्स का प्रयोग किया जाता है.
असल में ये सभी कंपनियाँ डाटा साइंटिस्ट को हायर करती है ताकि वे ये जान सके कि उनके प्रॉडक्ट के प्रति लोगों का क्या रुझान है. साथ ही उनके सेगमेंट के किस प्रॉडक्ट को जनता सबसे ज्यादा पसंद करती है. कुल-मिलाकर लोगों का रुझान देखना डाटा साइंटिस्ट का काम है.
कंपनियाँ इन आंकड़ों के आधार पर अपने नए प्रॉडक्ट को लांच करती है साथ ही पुराने वाले प्रॉडक्ट में भी जरूरी बदलाव करती है. जैसे कोई साबुन बनाने वाली कंपनी है जो पहले से ही मार्केट में मौजूद है.
ये कंपनी डाटा साइन्स की मदद से ये पता लगाएगी कि लोगों को किस तरह के साबुन पसंद है, किन खुशबू और किन खूबियों के साथ लोग साबुन को पसंद करते हैं साथ ही लोग किस प्राइस में एक साबुन को पसंद करते हैं. इसके बाद किसी निष्कर्ष पर आने के बाद कंपनी ये तय करेगी कि उसे किस सुगंध के साथ किस कीमत पर साबुन बनाना है और वो कंपनी प्रॉडक्ट को लांच कर देगी.
अब लोगों का रुझान उसी चीज में है इसलिए इसकी बिक्री के ज्यादा चांस रहेंगे. इस तरह कंपनी मुनाफा कमाने के लिए डाटा साइन्स का उपयोग करती है.
आजकल हर फील्ड में डाटा साइन्स उपयोगी साबित हो रहा है. डाटा साइन्स की मदद से फिल्में बन रही है और सुपरहिट हो रही है. इनमें एक खास नाम ‘शादी में जरूर आना’ है. जिसे डाटा साइन्स को analyse करके बनाया गया था और इस फिल्म को लोगों ने काफी पसंद भी किया था.
डाटा साइंटिस्ट कैसे बने? (How to become a data scientist?)
डाटा साइंटिस्ट बनने के (Data Scientist Kaise Bane?) लिए सीधे तौर पर कोई कोर्स नहीं है और न ही आप 12वी के बाद इसके कोर्स को जॉइन कर सकते हैं. नीचे दिये गए स्टेप बाय स्टेप गाइड से आप समझ सकते हैं कि डाटा साइंटिस्ट कैसे बने?
– सबसे पहले 12वी के बाद इंजीनियरिंग करें. यदि आप इंजीनियरिंग नहीं करना चाहते हैं तो आप गणित, आईटी या कंप्यूटर जैसे विषय के साथ ग्रेजुएशन करें. आप बीएससी के साथ इन सभी विषयों को कर सकते हैं और ग्रेजुएशन कर सकते हैं.
– ग्रेजुएशन हो जाने के बाद आप डाटा साइन्स में पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकते हैं या फिर पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कर सकते हैं. इसके लिए ग्रेजुएशन के बाद कई सारे कोर्स हैं जिनमें आप एडमिशन ले सकते हैं.
– इन कोर्स को करके आप किसी अच्छी जगह पर इंटर्नशिप करें और फिर अनुभव के बाद नौकरी के लिए अप्लाई करें. यदि आपका प्रदर्शन अच्छा है तो कोई भी कंपनी आपको नौकरी देने में हिचकिचाएगी नहीं.
डाटा साइन्स कोर्स (Best Course for Data Science)
डाटा साइंटिस्ट बनने के लिए भारत में कई तरह के कोर्स हैं जिन्हें आप ग्रेजुएशन के बाद कर सकते हैं.
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन बिजनेस एनालिटिक्स (PGDBA)
पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम: डाटा साइंस
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा: डाटा साइंस
पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम डाटा साइंस और इंजीनियरिंग (PGP-DSE)
MSc in बिज़नेस & डाटा एनालिटिक्स
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन बिज़नेस एनालिटिक्स
PG डिप्लोमा इन डाटा साइंस अपग्रेड
PG प्रोग्राम इन डाटा साइंस, बिज़नेस एनालिटिक्स और बिग डाटा
PGDM इन रिसर्च और बिज़नेस एनालिटिक्स
डाटा साइन्स कोर्स फीस (Data Science Course Fees)
डाटा साइन्स की कोर्स की फीस पूरी तरह आपके द्वारा चुने गए कोर्स और संस्थान पर निर्भर करती है. अगर आप डिप्लोमा कोर्स करते हैं तो आपकी फीस कम रहेगी. वहीं पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स के लिए फीस ज्यादा रहेगी. अगर डाटा साइन्स डिप्लोमा कोर्स फीस की बात करें तो ये 2.23 लाख रुपये तक रहती है. वहीं पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स की फीस 3 लाख रुपये सालाना तक रह सकती है.
डाटा साइंटिस्ट करियर स्कोप एवं सैलरी (Data Scientist Salary and Career Scope)
डाटा साइंटिस्ट की हर फील्ड में डिमांड है. यदि आप आंकड़ों और गणित में रुचि रखते हैं तो ये फील्ड आपको बहुत अच्छी लगेगी. इसमें करियर स्कोप भी काफी ज्यादा है. आप एक अच्छी सैलरी इस फील्ड में पा सकते हैं. इसमें आप सालाना 10 से 30 लाख रुपये तक पा सकते हैं. यदि आपका अनुभव अच्छा है तो आप इससे भी ज्यादा कमा सकते हैं. डाटा साइन्स आपको अन्य प्रोफेशन से ज्यादा सैलरी दिलाता है. इसलिए इंजीनियरिंग या अन्य साइन्स कोर्स से ग्रेजुएशन करने के बाद डाटा साइन्स की फील्ड में जाकर आप अच्छा पैसा कमा सकते हैं.
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डाटा साइन्स के करियर में आप काफी आगे बढ़ सकते हैं और साथ ही अच्छी कमाई कर सकते हैं. लेकिन अपनी रुचि का भी ध्यान रखें. यदि आपकी रुचि कंप्यूटर, आंकड़ों और तकनीक में है तभी आप इस फील्ड में अपना करियर बनाए. क्योंकि ये तीन वो बेसिक चीजें हैं जिनके साथ आपको इस फील्ड में काम करना है.