अपनी रोज़मर्रा की जिंदगी में हम सभी Mobile और Computer का उपयोग करते हैं. दूसरे व्यक्तियों से हमारे कम्प्युटर और मोबाइल को सेफ रखने के लिए हम Password का उपयोग करते हैं लेकिन कई बार आपके पासवर्ड हैक हो जाते हैं. हैकिंग की दुनिया में कई कमाल की चीजें हैं जिनके बारे में आप नहीं जानते होंगे. इन्हीं चीजों में एक है Keylogger. Keylogger एक Hardware और Software दोनों ही है. इसे जैसे आप इस्तेमाल करना चाहे कर सकते हैं. इसकी मदद से आप सामने वाला क्या टाइप कर रहा है उसे ट्रैक कर सकते हैं.
Keylogger क्या है?
Keylogger को हम चाहे तो एक Device या एक सॉफ्टवेयर कह सकते हैं. लेकिन इसे एक हैकिंग टूल कहना ही अच्छा होगा. Keylogger की मदद से आप किसी व्यक्ति के द्वारा उसके फोन या कम्प्युटर पर क्या टाइप किया जा रहा है ये ट्रैक कर सकते हैं. यानि उसका पासवर्ड, उसके Keywords , उसकी चैट सभी चीजें. दरअसल ये हम आपको करने के लिए नहीं बता रहे हैं बल्कि इससे सचेत रहने के लिए बता रहे हैं. कई बार कुछ सॉफ्टवेयर में Keylogger आपके कम्प्युटर में इन्स्टाल हो जाता है जिसके बाद आपके कम्प्युटर की जानकारी सामने वाले को मिलती रहती है.
अधिकतर Keylogger का इस्तेमाल Targeted व्यक्ति पर किया जाता है. अगर किसी हैकर की नजर में उसका कोई दुश्मन है तो वो उनके लिए इस टूल का इस्तेमाल कर लेते हैं. जब ये हमारे कम्प्युटर या फोन में इन्स्टाल होता है तो उसके बाद जब हम कुछ भी टाइप करते हैं तो इसका सॉफ्टवेयर उसे रिकॉर्ड करके एक Log File बना देता है इस फ़ाइल के जरिए हैकर को पता चल जाता है की आपने क्या टाइप किया है.
Hardware Keylogger
Keylogger एक डिवाइस के रूप में भी आपको मिल जाता है इसे Hardware Keylogger कहते हैं. ये दिखने में एक डोंगल या पेनड्राइव की तरह होता है. जिसे आपकी जानकारी चाहिए होती है वो इस डिवाइस को आपके कम्प्युटर या लैपटाप में लगा देता है. इसके बाद आप जब कुछ टाइप करेंगे तो वो सभी जानकारी hardware keylogger पर सेव हो जाएगी और आपको कभी पता नहीं चल पाएगा.
Software Keylogger
एक बार आप Hardware keylogger से अपनी समझदारी से बच पाएंगे लेकिन Software Keylogger काफी खतरनाक साबित हो सकता है. दरअसल इसका उपयोग करने के लिए keylogger सॉफ्टवेर आपके कम्प्युटर में किसी तरह इन्स्टाल कर दिया जाता है. इस सॉफ्टवेयर का पता लगाना भी मुश्किल होता है क्योंकि ये Background में चलते रहते हैं. कई बार हम कोई सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर लेते हैं जिसके साथ ये डाउनलोड हो जाते हैं और हमें पता भी नहीं चलता. Installed होने के बाद ये चुपचाप अपना काम करते रहते हैं.
Keylogger से कैसे बचें?
Keylogger से बचने के कई तरीके हैं और ये पूरी तरह आपकी स्मार्टनेस पर निर्भर करता है.
– अगर आप किसी ऑफिस या कंपनी में काम कर रहे हैं तो आपके साथ Hardware Keylogger वाली घटना हो सकती है. इससे बचने के लिए देखें की आपके Computer में कोई Unwanted Device तो नहीं लगा हुआ जो पहले कभी न लगा हो और जिसका कोई उपयोग भी न हो. अगर ऐसा कोई डिवाइस हो तो उसे निकाल दें.
– आजकल लोग Mouse और Keyboard Wireless चलाने लगे हैं. लेकिन इसमें भी आपका डाटा चोरी होने का डर रहता है. माउस और कीबोर्ड वायरलेस होने पर Encrypted Signal का उपयोग करते हैं इसलिए अगर आप इनका उपयोग कर रहे हैं तो किसी अच्छी कंपनी के माऊस और कीबोर्ड पर अपना पैसा लगाएँ.
– आपको थोड़े-थोड़े दिनों में Control panel में जाकर ये जरूर चेक करते रहना चाहिए की आपके कम्प्युटर में कौन से सॉफ्टवेयर इन्स्टाल हैं. इनमें कभी भी ऐसा कोई सॉफ्टवेयर दिखे जो आपने पहले डाउनलोड और उपयोग नहीं किया है तो आप उसे तुरंत Uninstall कर दें.
– अपने कम्प्युटर या मोबाइल पर जब आप Online Bank Account का कोई काम करते हैं तो उसमें सीधे तौर पर अपने Keyboard का उपयोग न करें. आपको वहाँ पर Virtual Keyboard दिया होता है उसका उपयोग करें. इससे आपके आईडी और पासवर्ड चोरी होने का खतरा नहीं रहेगा.
इस तरह आप Keylogger के Attack से बच सकते हैं. इसके अलावा आप जब किसी भी सॉफ्टवेयर को इन्स्टाल करे तो सोच-समझकर सही जगह से करें. हो सकता है की उसके साथ कोई Unwanted file आ जाए जो आपकी निजता को नुकसान पहुंचाए.
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