hello friends आजकल आए दिन मार्किट में नए-नए और नई फीचर्स के साथ में कई तरह के अलग-अलग smart phone Launch हो रहे है जिनमे कुछ यूनिक डिज़ाइन के साथ ऐसे फीचर्स दिए जा रहे है जो दुसरे smart phone से थोड़ा अलग है क्योकि जब भी कोई कंपनी नया smart phone Launch करती है तो उसकी यह कोशिश होती है की उसमे कुछ अलग ही फीचर्स हो और इस लिए आज हम आप लोगो को इन्हें smart phone की बनाने की पूरी Processes को बताने वाले है तो आइये जानते है की जो smart phone आपकी लाइफ से जुड़ा हुआ है उसे कैसे तैयार किया जाता है.
• सबसे पहले एक स्टील के टुकड़े को मशीन के नीचें रखते है जिसे smart phone का बैक पार्ट बनता है और इस में मशानी से ही छोटे-छोटे होल किए जाते है.
• बैक पार्ट तैयार हो जाने पर उसे मशीन से निकालकर Finishing के लिए दूसरी मशीन में डालते है .
• फिर चारो तरफ से Finishing होने के बाद बैक को मशीन में डाला जाता है यह पार्ट को तैयार करता है.
• इस में सबसे पहले आग से Testing की जाती है.
• अब इस बैक पार्ट को पानी और लिक्विड में डाला जाता है.
• इस के बाद में इस के फ्रंट पार्ट को बनाया जाता है.
• इस में बेजल को भी टेस्ट किया जाता है बेजल पर पानी की ड्रॉप डालते है उसे पुरे बेजल पर टेस्ट करते है.
• इस के बाद में smart phone के भीतर के hardware पर कार्य किया जाता है जिसे किसी एक्सपर्ट की देख रेख में रेडी किया जाता है.
• फिर मशीनों की हेल्प से बेजल पर शाइंनी मटेरियल चिपकाया जाता है.
ये स्टेप्स भी जानना है जरुरी
• phone मेकिंग में Concept डिजाईननिग़ पहली स्टेप होती है इसमें phone का कलर,साइज़ बॉडी मटेरियल को तय किया जाता है.
• दूसरी स्टेप में phone के अलग-अलग कम्पोनेट्स बनाएं जाते है और कुछ कंपनियां कम्पोनेट्स असेबल करती है.
• phone की tech Sensitivity को चेक करने के लिए 10,000 से भी ज्यादा बार टेस्टिंग की जाती है.
• phone रेड़ी होने के बाद में उनकी इंटरनल फीचर को चेक किया जाता है फिर phone को एक बॉक्स में रखा जाता है इससे यह सभी जांचें से हो कर जाता है.
• अब इस phone की टेस्टिंग की जाती है जिसके बाद में इसकी कमियाँ निकाली जाती है जैसे की इसकी बॉडी डिज़ाइन .
Smartphone से Computer पर Internet कैसे चलाएं?